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समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
गुरुग्राम में सड़कों पर नमाज रोकने का फैसला देर से ही सही, लेकिन दुरुस्त लिया गया
सड़क पर नमाज पढ़ने (Namaz on Roads) जैसे तमाम मामलों में शरियत की आड़ लेकर खुद को सही साबित करने की कोशिश की जाने लगती है. जबकि, संविधान (Constitution) के हिसाब से सार्वजनिक स्थानों या सड़कों पर किए जाने वाले इस तरह के अतिक्रमण को किसी भी तर्क के सहारे सही साबित नहीं किया जा सकता है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
संजय शर्मा
@sanjaysharmaa.aajtak
Ayodhya Verdict : SC में रिव्यू पेटिशन से राहत मिलने का प्रतिशत उत्साहजनक नहीं है!
Ayodhya मामले पर आए फैसले से असंतुष्ट मुस्लिम पक्ष ने Supreme Court में Review Petition डाली है. ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पेटिशन के नतीजों के इतिहास और रिकॉर्ड पर निगाह डालें तो 99.99% रिव्यू याचिकाएं चेंबर में ही दम तोड़ देती हैं.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
अभिरंजन कुमार
@abhiranjan.kumar.161
कहीं BJP-RSS से मिला हुआ तो नहीं है मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड?
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड हमेशा ऐसे स्टैंड लेता है, जिससे बीजेपी और आरएसएस को फायदा पहुंचता है. फिर चाहे मुद्दा तीन तलाक का हो या राम मंदिर का.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
मोहित चतुर्वेदी
@mohitchaturvedi123
तीन केस... जहां जज नहीं ले पाए एक मत
भारत में अब तक तीन केस ऐसे सामने आए हैं जहां जज एक मत नहीं ले सके. जिसके बाद इस तरीके से फैसले लिए गए.
समाज
|
बात की बात...
| 3-मिनट में पढ़ें
धीरेंद्र राय
@dhirendra.rai01
क्या ट्रिपल तलाक का केस हारना चाहते हैं कपिल सिब्बल !
कपिल सिब्बल ने ट्रिपल तलाक के केस में जो दलीलें दी हैं, वे कमाल की हैं. ट्विटर पर जिस तरह से उन्हें लताड़ा गया है वह आश्चर्यजनक नहीं था.